भारत और वेस्टइंडीज के बीच यहां बुधवार को डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीसीए स्टेडियम में खेला गया दूसरा मैच टाई रहा। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 321 रन बनाए। वेस्टइंडीज की टीम भी 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 321 रन ही बना सकी। कोहली की कप्तानी में भारत का यह पहला टाई मैच है।
आखिरी ओवर में वेस्टइंडीज को जीत के लिए 14 रनों की दरकार थी और उसके सेट बल्लेबाज शाई होप (नाबाद 123) क्रीज पर मौजूद थे। आखिरी गेंद पर विंडीज को जीतने के लिए पांच रन चाहिए थे। होप ने उमेश यादव की गेंद पर डीप पॉइंट पर चौका मार मैच को टाई करा दिया।
होप के अलावा शेमरोन हेटमायेर (94) ने भी शानदार पारी खेली और वेस्टइंडीज को मैच में बनाए रखा। इन दोनों की पारी एक तरह से कोहली की नाबाद 157 रनों की पारी पर भारी पड़ गई। कोहली ने इस मैच में दो इतिहास रचे हैं। कप्तानी में पहला टाई मैच उनके हिस्से आया तो वहीं वह वनडे में सबसे तेजी से 10,000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज भी बन गए। इसके अलावा वह वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बन गए हैं। इन दोनों मामलों में कोहली ने सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया।
कोहली की शतकीय पारी के अलावा अंबाती रायडू की 73 रनों की पारी के दम पर भारत ने मजबूत स्कोर खड़ा किया था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज ने अपने तीन विकेट 78 रनों पर ही खो दिए थे। केरन पावेल (18), चंद्रपॉल हेमराज (32) और मार्लन सैमुएल्स (13) पवेलियन लौट लिए थे। सैमुएल्स और हेमराज को कुलदीप यादव ने अपना शिकार बनाया तो वहीं पावेल, मोहम्मद शमी की गेंद पर विंडीज के पहले विकेट के रूप में आउट हुए।
यहां से होप और हेटमायेर ने भारतीय गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किए और तेजी से रन बनाते रहे। दोनों ने चौथे विकेट लिए 143 रनों की साझेदारी की। हेटमायेर शतक के करीब थे, लेकिन उनके आक्रामक अंदाज ने ही उन्हें शतक से दूर कर दिया। युजवेंद्र चहल की गेंद उनके बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर कोहली के हाथों में जा समाई। हेटमायेर का विकेट 221 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्होंने अपनी पारी में 64 गेंदें खेली जिनमें से सात पर छक्के तो चार पर चौके लगाए।
यहां लगा कि विंडीज मैच पर से पकड़ खो देगी, लेकिन होप ने उसकी उम्मीदों को जिंदा रखा। दूसरे छोर से उन्हें हालांकि साथ नहीं मिला और वह अकेल लड़ते रहे। रोवमैन पावेल (18), कप्तान जेसन होल्डर (12) और एशले नर्स (5) पवेलियन लौट चुके थे, लेकिन होप टिके हुए थे जो मैच को आखिरी ओवर में ले गए। हालांकि मैच का परिणाम टाई रहा जो वेस्टइंडीज के लिए इस सीरीज के बाकी बचे मैचों के लिए आत्मविश्वास हासिल करने का काम करेगा। होप ने अपनी पारी में 134 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और तीन छक्के लगाए।
इससे पहले, कोहली ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी, लेकिन उनकी सलामी जोड़ी रोहित शर्मा (4) और शिखर धवन (29) 40 के कुल स्कोर पर ही पवेलियन लौट ली। यहां से कोहली और रायडू ने 139 रनों की साझेदारी की। रायडू अच्छा खेल रहे थे, लेकिन वह नर्स की धीमी गेंद पर चूक गए और स्लोग स्वीप करने के प्रयास में बोल्ड हो गए। अपनी 73 गेंदों की पारी में आठ चौके लगाने वाले रायडू का विकेट 179 रनों पर गिरा।
महेंद्र सिंह धोनी (20) अपने खराब फॉर्म को इस मैच में भी दूर नहीं कर सके। पदार्पण कर रहे ओबेड मैक्कोय ने उन्हें बोल्ड कर भारत को 222 के कुल स्कोर पर चौथा झटका दिया।
यहां से कोहली ने एक छोर से रन बनाना चालू रखा, लेकिन दूसरे छोर पर युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत (17) 248 के कुल स्कोर पर मार्लन सैमुएल्स की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। रविंद्र जडेजा ने 13 रनों का योगदान दिया। वह 307 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे।
विंडीज के लिए नर्स और मैक्कोय ने दो-दो विकेट अपने नाम किए। कैमरन रोच और सैमुएल्स ने एक-एक विकेट अपने नाम किया।