लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस. राजेश्वर ने गुरुवार को इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के 12वें प्रमुख के रूप में पदभार संभाल लिया। पदभार संभालने के बाद उन्होंने इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्हें दक्षिण ब्लॉक मैदान में तीनों सेनाओं द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
वह रक्षा मंत्रालय के इंटीग्रेटेड मुख्यालय में (पर्सपेक्टिव प्लानिंग) के महानिदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
लेफ्टिनेंट जनरल राजेश्वर दिसंबर 1980 में तोपखाना रेजिमेंट में कमीशंड किया गया था। वह देहरादून स्थित भारतीय सेना अकादमी और दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्र रहे हैं।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “उन्होंने फिलीपींस के एनडीसी से राष्ट्रीय सुरक्षा प्रशासन में मास्टर किया हुआ है। उनके पास संयुक्त राष्ट्र शांति बनाए रखने वाले अभियानों के अलावा जम्मू एवं कश्मीर और पूर्वोत्तर में विद्रोहियों से मुकाबले और ऊंचाई पर स्थित इलाकों में काम करने के साथ-साथ विशाल ऑपरेशनल व स्टाफ अनुभव है।”
बयान में कहा गया, “अपने 38 वर्षो के शानदार करियर के दौरान जनरल अधिकारी ने ऑपरेशन पराक्रम में तोपखाना रेजिमेंट की कमान संभाली थी। यह रेजिमेंट नियंत्रण रेखा पर एक इंफेंट्री ब्रिगेड है, जो जम्मू एवं कश्मीर में विद्रोही बलों से मुकाबला करती है और रेतीले क्षेत्र की सिपाही है।”