‘महाषष्ठी’ पर मोदी के संबोधन ने बंगाल चुनाव-2021 का केंद्रबिंदु तय किया
राज्य भाजपा की महिला मोर्चा और पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की ओर से ईजीसीसी में पहली बार दुर्गा पूजा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही है।
कोलकाता : बंगालियों के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा की शुरुआत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल (ऑनलाइन) संबोधन ने 2021 में होने वाली पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण चुनावी लड़ाई का केंद्रबिंदु को निर्धारित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत लाइव-स्ट्रीमिंग के माध्यम से हुई और प्रधानमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से ही राज्य के 10 पूजा पंडालों का उद्घाटन किया, जिसमें उन्होंने सभी आयोजकों को एक साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया।
पारंपरिक बंगाली धोती और कुर्ता पहने, दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, जैसे कैलाश विजयवर्गीय, अरविंद मेनन और अन्य, जो भाजपा के बंगाल प्रभारी हैं, उन्होंने ‘महाषष्ठी’ के अवसर पर साल्ट लेक में पूर्वी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र (ईजेडसीसी) में एक कार्यक्रम में भाग लिया।
राज्य भाजपा की महिला मोर्चा और पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की ओर से ईजीसीसी में पहली बार दुर्गा पूजा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही है।
मोदी ने अपने 20 मिनट लंबे संबोधन में कहा, “हम बंगाल के लोगों के लिए फास्ट-ट्रैक विकास योजनाओं को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं। हम राज्य में लोगों की समस्याओं को कम करने और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए सब कुछ कर रहे हैं। हमने पूर्वी भारत और पश्चिम को विकसित करने के लिए पूर्वोदय के दृष्टिकोण को अपनाया है।”
राज्य के राजनीतिक युद्ध के मैदान में गुरुवार का कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि भगवा ब्रिगेड राज्य के निवासियों की उत्सव भावनाओं को भुनाने के लिए राज्य में दुर्गा पूजा के आयोजन में शामिल हुई।
इससे पहले केवल कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को ही राज्यभर में बड़े पूजा समारोह में भाग लेते हुए देखा जाता था। अब राज्य भाजपा भी बड़े जोर-शोर से बंगालियों के इस खास उत्सव में अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं। प्रधानमंत्री के वर्चुअल संबोधन को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए राज्य के कई हिस्सों में बड़ी स्क्रीन लगाई गई थी।