देश भर में मास्क और सैनिटाइजर की बढ़ती मांग के बीच अब भारतीय रेल भी सैनिटाइजर बना रही है। यह सैनिटाइजर आसनसोल के डीजल शेड ने तैयार की है। लगभग 500 लीटर सैनिटाइजर तैयार की गई है,जो रेलवे के दूसरे यूनिट में काम आएगा। रेलवे की जोधपुर इकाई पहले ही 215 लीटर सैनिटाइजर बना चुकी है जिसको रेलवे की विभिन्न में केन्द्र में भेजा जा रहा है।
इसके अलावा रेलवे कई दूसरे काम में भी लगा हुआ है। कोरोनावायरस से लड़ने के लिए रेलवे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट भी तैयार कर रही है, जिसमें मॉस्क और दस्ताने भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भी रेलवे ने लीक से अलग हटते हुए जरूरत की चीजों का निर्माण किया था। उस समय रेलवे के जमालपुर, त्रिचि, आसनसोल और कांचापाड़ा वर्कशॉप पर एंबुलेंस,बख्तरबंद गाड़ियां,गोला-बारूद और रॉयल एयरफोर्स की उपयोग हेतू साजो-सामान तैयार की गई थी। ध्यान रहे कि रेलवे खाली पड़ी ट्रेन की बोगियों को अस्पताल में बदलने का काम शुरू कर चुकी है, जिसको जरूरत पड़ने पर आइसोलेशन वार्ड के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाएगा।